राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के दौरान एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने वाले निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीना पिछले 6 महीने से जेल में बंद हैं। उन्हें अब तक जमानत नहीं मिल पाई है। मंगलवार सुबह नरेश मीना को कड़ी पुलिस सुरक्षा में टोंक कोर्ट लाया गया, जहां उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। हालांकि जमानत पर कोई फैसला नहीं हो सका और कोर्ट ने अगली तारीख दे दी।
'हर जगह भ्रष्ट व्यवस्था है...'
सुनवाई के बाद कोर्ट परिसर में मीडिया से बात करते हुए नरेश मीना ने प्रशासन और न्यायपालिका पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, 'हर जगह भ्रष्ट व्यवस्था है। मैं पिछले 6 महीने से जेल में सजा काट रहा हूं। मामला 323/32 है, लेकिन भ्रष्ट व्यवस्था के कारण कुछ ही चल पा रहा है। न्याय की देवी की आंखों से पट्टी हटा दी गई ताकि जाति और धर्म बताकर न्याय मिल सके।' इतना कहने के बाद पुलिसकर्मी ने नरेश मीना को पुलिस बस में बैठाया और तुरंत वहां से चले गए।
थप्पड़ मारने के मामले में चार्ज बहस पूरी
बता दें कि थप्पड़ मारने के मामले में केस संख्या 166/24 में चार्ज बहस पूरी हो चुकी है। उस मामले में आज जमानत पर फैसला आने की संभावना थी। साथ ही केस संख्या 167/24 में भी आज चार्ज बहस होनी थी। लेकिन नरेश मीना को कोर्ट से राहत नहीं मिल सकी।
जयपुर में आंदोलन की चेतावनी
14 नवंबर से जेल में बंद नरेश मीना की जमानत के लिए उनके समर्थकों ने जयपुर जाकर आंदोलन करने का ऐलान किया था। हालांकि आंदोलन शुरू होने से पहले सीएम भजनलाल शर्मा ने नरेश मीना के पिता से मुलाकात कर जमानत वापस ले ली थी। बदले में सीएम ने नरेश मीना को जेल से बाहर निकलने में हर संभव मदद का वादा किया था। पिछली सुनवाई के बाद नरेश मीना ने आरोप लगाया था कि सीएम अपना वादा भूल गए हैं। अब सब्र जवाब दे रहा है। अगर उन्हें जल्द जमानत नहीं मिली तो आंदोलन शुरू किया जा सकता है।
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