काउपर एक बेहद प्रतिभाशाली बाएं हाथ के बल्लेबाज थे। वह अपनी आकर्षक बल्लेबाजी, धैर्य और बड़ी पारियां खेलने की क्षमता के लिए जाने जाते थे। उनके करियर का सबसे यादगार पल 1966 में इंग्लैंड के खिलाफ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर खेली गई 307 रनों की पारी थी। यह ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट का पहला तिहरा शतक था और इस पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने एशेज भी अपने पास बरकरार रखी थी।
काउपर ने 1964 से 1968 के बीच 27 टेस्ट मैच खेले और 48.16 की औसत से 2061 रन बनाए, जिनमें पांच शतक शामिल थे। मात्र 28 साल की उम्र में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर व्यापार की दुनिया में कदम रखा।
विक्टोरिया की ओर से खेलते हुए उन्होंने 83 प्रथम श्रेणी मैच खेले और अपनी टीम के सफल दौर में बड़ा योगदान दिया। बाद में उन्होंने आईसीसी मैच रेफरी के रूप में भी सेवा दी और क्रिकेट से जुड़े कई लोगों के लिए सलाहकार बने। 2023 में उन्हें क्रिकेट में उनके योगदान के लिए "ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया" से सम्मानित किया गया।
काउपर ने 1964 से 1968 के बीच 27 टेस्ट मैच खेले और 48.16 की औसत से 2061 रन बनाए, जिनमें पांच शतक शामिल थे। मात्र 28 साल की उम्र में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर व्यापार की दुनिया में कदम रखा।
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Article Source: IANS
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