नई दिल्ली: इलेक्ट्रिक स्कूटर के क्षेत्र में अग्रणी ओला एक और मुश्किल समय का सामना कर रही है. कंपनी को हर दिन उसके इलेक्ट्रिक स्कूटरों से संबंधित 6,000 से 7,000 शिकायतें मिल रही हैं जो कि एक महीने में 80,000 तक पहुंच जाती हैं. ये शिकायतें न केवल खराबी के कारण हैं बल्कि ग्राहक सेवा के अनुभव पर भी सवाल उठा रही हैं. कंपनी के ग्राहकों का कहना है कि जब वे अपने स्कूटर को सेवा के लिए ओला के सर्विस सेंटर में भेजते हैं, तो उसे ठीक करने में 30 से 45 दिन का समय लग जाता है. ग्राहकों की शिकायतों का समाधान न होने से निराशा बढ़ रही है. दिल्ली के नजफगढ़ रोड स्थित एक सर्विस सेंटर में 10 कर्मचारियों की आवश्यकता है लेकिन केवल 4 कर्मचारी ही काम कर रहे हैं. इस कमी के कारण वाहनों को कई महीनों तक स्टोरेज में रखा जा रहा है.इस सेवा में कमी के चलते हाल ही में कर्नाटक के कालाबुराकी में एक ग्राहक ने ओला के शोरूम में आग लगा दी. ग्राहक ने दावा किया कि बार-बार अनुरोध करने के बावजूद उनकी सेवा ठीक नहीं हुई, जिससे उन्होंने इस कदम को उठाया. हालांकि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन शोरूम को साढ़े आठ लाख रुपये की भारी क्षति हुई.ओला ने भारत में लॉन्च के बाद से 6,80,000 इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचे हैं और इसके S1 सीरीज के तीन मॉडल - S1 Pro, S1 Air और S1X उपलब्ध हैं. ग्राहकों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए कंपनी ने एक विशेष टीम का गठन किया है और कुछ कर्मचारियों को सेवा विभाग में स्थानांतरित किया है.बिक्री में गिरावट भी चिंताजनक है. पिछले जुलाई में 41,724 स्कूटर बेचे गए लेकिन अगस्त में यह संख्या घटकर 27,517 यूनिट रह गई. ओला की बाजार हिस्सेदारी 39% से घटकर 31% हो गई है जबकि प्रतिस्पर्धी कंपनियों जैसे बजाज और टीवीएस के स्कूटरों को सकारात्मक समीक्षा मिल रही है.
You may also like
Samsung Galaxy S25 Ultra: A Comprehensive Overview of Features, Specifications, and Pricing
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: पहले प्रत्याशी उतार सपा ने कांग्रेस पर बनाया दबाव, क्या बरकरार रहेगा गठबंधन
IRCTC Tour Package: बैंकॉक के साथ-साथ घूम लो सिंगापुर, मलेशिया; इस इंटरनेशनल पैकेज के लिए देने होंगे इतने रुपए
Honda Dio: A Comprehensive Overview of the Market Leader in Scooters
कभी क़रीबी रहे दाऊद इब्राहिम और छोटा राजन कैसे बने दुश्मन