सिरमौर: हिमाचल प्रदेश की सिरमौर पुलिस को फटे कपड़ों में घूमता हुआ एक शख्स मिला. जिसे देख पुलिस उसको थाने ले आई. दिखने में वह भिखारी लग रहा था. जिसके बाद उससे दरोगा ने पूछताछ कि तो उसने अपना नाम मदन शाह बताया और कहा कि वह आसाम का रहने वाला है. युवक की पूरी सच्चाई जानकर पुलिस अफसरों के पसीने छूट गए. वहीं आईपीएस रमन कुमार मीणा ने युवक की पूरी सच्चाई बताई. आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है.
बता दें, पुलिस ने 1 साल बाद मानसिक रूप से बीमार चल रहे आसाम के मदन शाह को अपने परिवार से मिलवाया और आर्थिक रूप से मदद कर वापस घर पहुंचने के लिए मदद भी की. दरअसल, 25 को नाहन पुलिस थाना को नाहन के साथ लगते क्षेत्र से ग्रामीण ने सूचना दी कि यहां मानसिक रूप से परेशान एक शख्स घूम रहा है, तो पुलिस ने तुरंत उस शख्स को थाने लाई और इससे पूछताछ शुरू की. क्योंकि यह शख्स मानसिक रूप से परेशान था और इसकी भाषा समझने को लेकर भी परेशानी आ रही थी.
आईपीएस रमन कुमार मीणा ने बताया कि पुलिस कर्मियों ने काउंसलिंग कर जाना कि यह शख्स आसाम का रहने वाला है, जिसके बाद पुलिस ने असम पुलिस से संपर्क किया और शख्स के घर का पता ढूंढ निकाला. उन्होंने कहा कि आसाम की रत्नापुर थाने से नाहन पुलिस ने संपर्क किया और वहां मिसिंग रिपोर्ट के आधार पर परिजनों ने वीडियो कॉलिंग के जरिए लापता हुए मदन शाह की पहचान की. उन्होंने कहा कि परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण परिजनों ने यहां आने में असमर्थता जताई है जिसके बाद इस शख्स की बहन जो उत्तर प्रदेश में रहती है, वह नाहन पुलिस थाना पहुंची और इस शख्स को यहां से घर ले गई.
आईपीएस अधिकारी ने बताया कि परिवार के पास इस शख्स को वापस ले जाने के लिए पैसे नहीं थे, ऐसे में नाहन पुलिस थाना के कर्मियों ने इस शख्स को पैसे और कपड़े दिए ताकि यह शख्स सही सलामत अपने घर पहुंच सके. लापता शख्स की बहन राधा ने जब अपने भाई को देखा तो उसकी आंखों से आंसू छलक पड़े. मीडिया से बात करते हुए राधा ने कहा कि सिरमौर पुलिस उनके लिए देवता बनकर आई है जिसने भाई को अपनी बहन से मिलवाया है. राधा ने बताया कि कई बार उन्होंने भाई की तलाश की और भाई जल्द मिले इस कामना को लेकर लगातार पूजा पाठ करती रहती थी और आखिरकार सिरमौर पुलिस ने उनको अपने भाई से मिलवाया है.
उन्होंने आगे बताया कि लापता शख्स के सम्बन्धी विन्देश शाह से पूछताछ में पता चला है कि 1 साल पहले मिसिंग रिपोर्ट दर्ज करवाई थी और असम के साथ-साथ कई राज्यों में उनकी तलाश की थी. उन्होंने कहा कि हिमाचल पुलिस की तरफ से उन्हें सूचना मिली उसके बाद पुलिस में इनसे बात करवाई उन्होंने सिरमौर पुलिस का आभार जताया और कहां की सिरमौर पुलिस की बदौलत आज बिछड़ा हुआ उनका मामा मिल पाया है.
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