बीजिंग, 3 जून . चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन च्येन ने 3 जून को आयोजित नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल के जवाब में कहा कि भविष्य में चीन अपनी प्रवेश नीति को अनुकूलित करना जारी रखेगा, वीजा-मुक्त देशों के दायरे का लगातार विस्तार करेगा, और अधिक खुलेपन तथा गहन सहयोग के माध्यम से सभी देशों के साथ समृद्धि साझा करेगा.
एक रिपोर्टर ने आसियान-चीन-जीसीसी शिखर सम्मेलन के दौरान दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के लिए चीन द्वारा घोषित वीजा सुविधा नीति के बारे में पूछा. इसके जवाब में, लिन च्येन ने कहा कि हाल के वर्षों में, चीन-आसियान साझे भविष्य वाले समुदाय के निर्माण को लगातार बढ़ावा दिया गया है, और “पांच प्रमुख घरों” के संयुक्त निर्माण ने महत्वपूर्ण परिणाम प्राप्त किए हैं. चीन और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के बीच लगातार कार्मिक आदान-प्रदान होता है, और कार्मिक आदान-प्रदान को और सुविधाजनक बनाना एक आम इच्छा है.
इसके अलावा, यह बताया गया है कि 1 जून से, चीन ने ब्राजील, अर्जेंटीना, चिली, पेरू और उरुग्वे सहित पांच लैटिन अमेरिकी देशों के साधारण पासपोर्ट धारकों के लिए एक परीक्षण वीजा-मुक्त नीति को लागू करना शुरू किया. चीन ने हाल ही में घोषणा की कि वह “जीसीसी देशों के लिए वीजा-मुक्त यात्रा की पूरी कवरेज हासिल करेगा”, जिसने संबंधित देशों में गर्मजोशी से प्रतिक्रिया भी दी. प्रासंगिक सवालों के जवाब में, लिन च्येन ने बताया कि 1 जून से, चीन के एकतरफा वीजा-मुक्त “मित्र मंडल” को पहली बार लैटिन अमेरिकी और कैरिबियाई देशों तक विस्तारित किया गया था. इस तरह, चीन में एकतरफा वीजा-मुक्त नीति लागू करने वाले देशों की संख्या 43 तक पहुंच गई है.
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–
एकेजे/
The post first appeared on .
You may also like
पर्यावरण दिवस पर थाने में पौधारोपण
फरेबी सरकारों को सीख लेनी चाहिए... बेंगलुरु हादसे पर बोले पप्पू यादव
Rajasthan: चिकित्सा मंत्री खींवसर की पत्नी का निधन, भजनलाल और गहलोत सहित कई दिग्गज नेताओं ने प्रकट किया दुख
कमल हासन: नई फ़िल्म थिएटर में, लेकिन बयान को लेकर जारी है विवाद
World Happiness Report 2025 : फिनलैंड सबसे खुशहाल, भारत ने मारी एंट्री टॉप देशों में