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नाभा जेल ब्रेक कांड में फरार खालिस्तानी आतंकी कश्मीर सिंह गलवड्डी को एनआईए ने किया गिरफ्तार

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नई दिल्ली, 11 मई . राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 2016 के नाभा जेल ब्रेक मामले में फरार चल रहे कुख्यात अपराधी और खालिस्तानी आतंकी कश्मीर सिंह गलवड्डी को गिरफ्तार किया है. गलवड्डी विदेश में बैठे बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा के साथ सक्रिय रूप से जुड़ा था. गलवड्डी को एनआईए ने बिहार की मोतिहारी पुलिस के साथ मिलकर मोतिहारी से धर दबोचा.

कश्मीर सिंह गलवड्डी पंजाब के लुधियाना का रहने वाला है और वह 2016 में नाभा जेल ब्रेक के बाद से फरार था. इस जेल ब्रेक में कई कुख्यात अपराधियों ने जेल से भागने में सफलता हासिल की थी. भागने के बाद गलवड्डी ने रिंदा और अन्य खालिस्तानी आतंकियों के साथ मिलकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना शुरू किया. वह नेपाल में बीकेआई और रिंदा के आतंकी नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया था.

एनआईए ने गलवड्डी को खालिस्तानी आतंकी साजिश से जुड़े मामले (आरसी 37/2022/एनआईए/डीएलआई) में गिरफ्तार किया है. जांच में पता चला कि गलवड्डी खालिस्तानी आतंकियों के सहयोगियों को शरण, लॉजिस्टिक सपोर्ट और आतंकी फंडिंग प्रदान करने में शामिल था. ये सहयोगी भारत में विभिन्न आतंकी गतिविधियों, जैसे पंजाब पुलिस खुफिया मुख्यालय पर आरपीजी हमले को अंजाम देने के बाद नेपाल भाग गए थे.

अगस्त 2022 में एनआईए ने खालिस्तानी आतंकी संगठनों जैसे बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई), खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) की गतिविधियों की जांच के लिए यह मामला स्वत: संज्ञान में दर्ज किया था. जांच में एक आतंकी-अपराधी गठजोड़ का खुलासा हुआ, जिसमें इन आतंकी समूहों और संगठित अपराधी गिरोहों द्वारा सीमा पार से हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और आईईडी जैसी आतंकी सामग्री की तस्करी कर देश के विभिन्न हिस्सों में आतंकी हमले करने की साजिश रची जा रही थी.

कश्मीर सिंह गलवड्डी को 2022 के आतंकी साजिश मामले में एनआईए विशेष अदालत ने प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर घोषित किया था. उसके खिलाफ पिछले कुछ वर्षों में गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए गए थे. एनआईए ने उसकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 10 लाख रुपए के नकद इनाम की घोषणा की थी.

एनआईए ने जुलाई 2023 में इस मामले में रिंदा और लांडा सहित नौ आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था. इसके बाद छह अन्य लोगों के खिलाफ दो पूरक आरोपपत्र दाखिल किए गए. अगस्त 2024 में एनआईए ने लांडा के भाई तरसेम सिंह को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से प्रत्यर्पित कराने में सफलता हासिल की और दिसंबर में उसके खिलाफ तीसरा पूरक आरोपपत्र दाखिल किया.

पीएसके/एकेजं

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