लखनऊ, 15 अप्रैल . उत्तर प्रदेश के सपा विधायक इंद्रजीत सरोज ने हाल ही में अपने एक बयान में कहा कि अगर भारत के मंदिरों में ताकत होती, तो मोहम्मद बिन कासिम, महमूद गजनवी और मोहम्मद गोरी जैसे लुटेरे देश में नहीं आते. इस विवादित बयान पर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री संजय निषाद ने कहा कि यह बयान भारत की संस्कृति और आस्था का अपमान है.
उन्होंने से बात करते हुए कहा कि जब भारत का बंटवारा हुआ, तब जो शरीयत पसंद लोग थे वे पाकिस्तान चले गए और जिन्हें भारत की संस्कृति प्रिय थी वे यहीं रह गए. आज पाकिस्तान के लोग भारत में आने की बात कर रहे हैं क्योंकि भारत की संस्कृति और सभ्यता में ताकत है, जो पाकिस्तान में नहीं है.
संजय निषाद ने सपा नेताओं की बयानबाज़ी पर कहा कि पाकिस्तान के लोग भारत में आना चाहते हैं, क्योंकि यहां खुशियां हैं, जीवन आसान हैं. विदेशों में हालात यहां के मुकाबले कठिन है. सरोज के जैसे ही बयानों ने देश का नुकसान किया है, देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है. यही लोग हैं जिन्होंने इस देश को कमजोर करने का काम किया है.
इसके बाद संजय निषाद ने सपा के एक अन्य नेता रामजी लाल सुमन के हालिया बयान को लेकर भी हमला बोला और कहा कि ऐसे ही एक नेता आजम खान ने कभी कहा था कि ‘बहू-बेटियों को पेट्रोल से जला देना चाहिए’. उसके बाद समाजवादी पार्टी की राजनीतिक स्थिति कमजोर हो गई थी और अगर अब भी ऐसे बयान दिए जाते रहे तो सपा का पूरी तरह सफाया हो जाएगा.
उन्होंने समाजवादी पार्टी को नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें अपनी सोच और सलाहकारों को बदलने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जैसे रामायण में मंथरा मीठा बोलती थी, लेकिन उसी की वजह से भगवान राम को 14 वर्षों का वनवास भुगतना पड़ा, वैसे ही अगर अखिलेश यादव गलत सलाहकारों की बात मानते रहे तो समाजवादी पार्टी का सत्ता में लौटना मुश्किल हो जाएगा. अखिलेश को अपने सलाहकारों की समीक्षा करनी चाहिए.
–
पीएसएम/
The post first appeared on .
You may also like
उप राष्ट्रपति धनखड़ ने न्यायपालिका के बारे में ऐसा क्या कहा, जिस पर छिड़ी बहस
विकास कार्यों में लापरवाही नहीं चलेगी, अधिकारियों को समय पर करना होगा पूरा काम : राज्य मंत्री कृष्णा गौर
पलनवा में अवैध गन फैक्ट्री का खुलासा
कटिहार जिले में महिला संवाद कार्यक्रम का शुभारंभ
बंगाल की नाबालिग लड़की को नेपाल ले जाते एसएसबी ने किया रेस्क्यू