नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 पर्यटकों की निर्मम हत्या के मामले में सुरक्षा एजेंसियों ने मंगलवार को हमलावर आतंकियों की तस्वीरें और स्केच जारी किए हैं। इन आतंकियों की पहचान आसिफ फूजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा के रूप में की गई है।
यह तीनों आतंकी कथित रूप से लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) से जुड़े हैं। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, हमले में कुल 5-6 आतंकी शामिल थे, जो घने जंगलों से छिपते हुए बैसरान मैदान तक पहुंचे थे और वहां मौजूद सैकड़ों पर्यटकों पर AK-47 से अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
मुख्य साजिशकर्ता की पहचान, पाकिस्तान से मिला समर्थन
इंटेलिजेंस सूत्रों का कहना है कि इस हमले की साजिश सैफुल्लाह कसूरी उर्फ खालिद नामक पाकिस्तानी कमांडर ने रची थी, जो लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष आतंकी है। हमले में शामिल कुछ आतंकियों ने पश्तो भाषा में बातचीत की थी, जिससे उनके पाकिस्तानी होने की पुष्टि होती है। वहीं आदिल और आसिफ नामक दो आतंकी कश्मीर के बिजबेहरा और त्राल से हैं।
फुल प्रूफ प्लानिंग और हाई-टेक हथियारों का इस्तेमाल
प्रारंभिक फॉरेंसिक जांच और चश्मदीदों की गवाही के अनुसार, आतंकियों ने मिलिट्री ग्रेड हथियार और उन्नत संचार उपकरणों का इस्तेमाल किया। उनके पास बॉडी कैमरा, हेलमेट कैमरा, सूखे मेवे और दवाइयों का स्टॉक भी था। यह हमला पूरी तैयारी के साथ किया गया था, जिसमें स्थानीय सहयोगियों की मदद से रेकी भी की गई थी।
डिजिटल फुटप्रिंट्स से पाकिस्तान का लिंक मजबूत
जांच में यह भी सामने आया है कि आतंकियों के डिजिटल ट्रैक मुजफ्फराबाद और कराची के सेफ हाउस तक पहुंचते हैं, जिससे सीमा पार आतंकवाद के ठोस सबूत मिले हैं।
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