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दिल्ली एयरपोर्ट से अमेरिका जाने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर, जानिए पूरा मामला

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नई दिल्ली: अगर आप दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) से अमेरिका के लिए सीधी उड़ान लेते हैं, तो जल्द ही आपको अमेरिका पहुंचने पर घरेलू यात्री की तरह उतरने का मौका मिल सकता है। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि उनकी कस्टम और इमिग्रेशन जांच विमान में चढ़ने से पहले ही आईजीआई एयरपोर्ट पर हो जाएगी। आइए, जानते हैं कि यह नई सुविधा क्या है और इससे यात्रियों को कैसे फायदा होगा। क्या है प्री-क्लियरेंस सुविधा?दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि आईजीआई एयरपोर्ट पर अमेरिका की कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन (CBP) प्री-क्लियरेंस सुविधा शुरू की जाए। इस सुविधा में अमेरिका जाने वाले यात्रियों की कस्टम्स और इमिग्रेशन जांच दिल्ली में ही हो जाएगी। इससे यात्री अमेरिका पहुंचने पर सीधे अपना सामान लेकर बाहर निकल सकेंगे, बिना लंबी लाइनों में इंतजार किए। दिल्ली से अमेरिका की उड़ानेंफिलहाल एयर इंडिया दिल्ली से अमेरिका के लिए हर हफ्ते 33 से ज्यादा सीधी उड़ानें संचालित करती है। इसके अलावा, यूनाइटेड एयरलाइंस और अमेरिकन एयरलाइंस रोजाना न्यूयॉर्क (नेवार्क और JFK) के लिए उड़ानें चलाती हैं। भविष्य में एयर इंडिया और इंडिगो जैसी एयरलाइंस और उड़ानें बढ़ाने वाली हैं। दिल्ली इन एयरलाइंस का मुख्य हब है, इसलिए प्री-क्लियरेंस सुविधा यहां बहुत फायदेमंद होगी। यात्रियों को क्या फायदा होगा? समय की बचत: अमेरिका के व्यस्त हवाई अड्डों जैसे न्यूयॉर्क, सैन फ्रांसिस्को, लॉस एंजिल्स या शिकागो में इमिग्रेशन की लंबी लाइनें नहीं झेलनी पड़ेंगी। आसान यात्रा: यात्री अमेरिका में घरेलू यात्री की तरह उतरेंगे और जल्दी बाहर निकल सकेंगे। कम परेशानी: दिल्ली में ही सारी जांच पूरी होने से यात्रा ज्यादा सुविधाजनक होगी। क्यों है इसकी जरूरत?अमेरिका जाने वाले ज्यादातर यात्री इकोनॉमी क्लास में सफर करते हैं और उन्हें व्यस्त समय में लंबी लाइनों का सामना करना पड़ता है। इस वजह से कई यात्री अबू धाबी जैसे हवाई अड्डों से उड़ान भरते हैं, जहां पहले से CBP सुविधा है। दिल्ली में यह सुविधा शुरू होने से यात्री खाड़ी, यूरोप या दक्षिण-पूर्व एशिया के रास्ते जाने की बजाय दिल्ली से सीधी उड़ान चुनेंगे। दिल्ली को ग्लोबल हब बनाने में मददप्री-क्लियरेंस सुविधा दिल्ली को अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा का बड़ा केंद्र बनाने में मदद करेगी। पड़ोसी देशों के यात्री भी अमेरिका जाने के लिए दिल्ली से उड़ान लेना पसंद कर सकते हैं। इससे भारत सरकार का IGI एयरपोर्ट को वैश्विक हब बनाने का लक्ष्य पूरा होगा। प्री-क्लियरेंस कैसे काम करता है?अमेरिका की CBP वेबसाइट के अनुसार, प्री-क्लियरेंस में CBP अधिकारी विदेशी हवाई अड्डों पर तैनात होते हैं। वे अमेरिका जाने वाले यात्रियों की जांच उड़ान से पहले करते हैं। इससे यात्री अमेरिका पहुंचने पर सीधे अपनी अगली उड़ान या गंतव्य के लिए जा सकते हैं। वर्तमान में, CBP की सुविधा 6 देशों के 15 हवाई अड्डों पर है, जिसमें भारत के यात्रियों के लिए सबसे नजदीकी अबू धाबी है। क्या है प्रक्रिया?DIAL के कार्यकारी निदेशक एसजीके किशोर ने बताया, 'हम अमेरिका के लिए प्री-क्लियरेंस सुविधा शुरू करना चाहते हैं।' एक एयरपोर्ट अधिकारी ने कहा कि यह सरकारों के बीच की प्रक्रिया है, जिसमें कुछ समय लगेगा। फिर भी, दिल्ली से बढ़ती उड़ानों को देखते हुए यह सुविधा जल्द शुरू हो सकती है।दिल्ली एयरपोर्ट की यह पहल यात्रियों के लिए यात्रा को आसान और तेज बनाने का एक बड़ा कदम है। प्री-क्लियरेंस सुविधा शुरू होने से दिल्ली न केवल भारत, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण हवाई हब बन सकता है।
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