नवादा: नवादा में 'लेट्स इंस्पायर बिहार' अभियान के तहत 'स्टार्ट-अप एंड बिजनेस समिट 2025' का आयोजन किया गया। इसका मकसद बिहार में उद्यमिता को बढ़ावा देना है। वरिष्ठ आईपीएस विकास वैभव ने बताया कि इस अभियान का लक्ष्य बिहार में रोजगार बढ़ाना है। इसके लिए युवाओं को स्वरोजगार और व्यवसाय के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी। 2028 तक हर जिले में कम से कम 5 ऐसे स्टार्ट-अप स्थापित करने का लक्ष्य है, जिनमें 100 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिले। इस दिशा में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। विकसित बिहार का सपनाबिहार को 2047 तक विकसित बनाने का सपना है, जिसके लिए शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम किया जा रहा है। नवादा के राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय में 'स्टार्टअप एंड बिजनेस समिट 2025' का आयोजन इसी दिशा में एक कदम था। वरिष्ठ आईपीएस विकास वैभव इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे। विकास वैभव ने कहा कि अभियान का लक्ष्य बिहार में उद्यमिता को बढ़ावा देना है। इससे बिहार में ही ज्यादा से ज्यादा रोजगार पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि हर बिहारवासी को शिक्षित और कुशल बनाने की जरूरत है। इसके लिए समाज के हर वर्ग को साथ लेकर एक मजबूत इकोसिस्टम बनाना होगा। जो युवा अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, उन्हें हर तरह की मदद और मार्गदर्शन दिया जाएगा।
बिहार का लक्ष्य उन्होंने कहा कि अभियान का लक्ष्य है कि 2028 तक बिहार के हर जिले में कम से कम 5 ऐसे स्टार्ट-अप हों, जिनमें 100 से ज्यादा लोगों को रोजगार मिले। अभी तक 3 स्टार्ट-अप स्थापित भी हो चुके हैं। इस सपने को पूरा करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। हाल ही में 13 अप्रैल, 2025 को जमुई में और 25 मार्च, 2025 से 3 मई, 2025 तक भागलपुर के टीएनबी कॉलेज में उद्यमिता विकास कार्यक्रम आयोजित किए गए। इससे पहले, पटना में 2022 और 2024 के अगस्त महीने में स्टार्टअप समिट का आयोजन किया गया था। उन्होंने कहा कि इस अभियान से आज 10,000 से ज्यादा सफल उद्यमी जुड़े हुए हैं। वे अपनी मर्जी से योगदान कर रहे हैं।
स्टार्टअप समिट आयोजितउन्होंने कहा कि दुबई, दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और वडोदरा में भी बिहार संवाद कार्यक्रमों के जरिए उद्यमियों को अभियान से जोड़ा गया है। कई सफल उद्यमी समय-समय पर स्टार्ट-अप को सलाह देते रहते हैं। आगे 22 जून, 2025 को अहमदाबाद के गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री सभागार में 'बिहार बिजनेस कनेक्ट 2025', 24 अगस्त, 2025 को पटना में स्टार्टअप समिट 2025 और 21 दिसंबर, 2025 को बेंगलुरु में 'बिहार @ 2047 विजन कॉन्क्लेव (सीजन 3)' का आयोजन किया जाना है। बिहार में स्टार्टअप और उद्यमिता की क्रांति की जरूरत पर जोर देते हुए विकास वैभव ने कहा कि उनका सपना है कि 2047 तक एक ऐसा विकसित बिहार बने। यहां शिक्षा, रोजगार या स्वास्थ्य के लिए किसी को बाहर न जाना पड़े।
विकास वैभव का संबोधन उन्होंने कहा कि यह आसान नहीं है। बिहार की लगभग 14 करोड़ आबादी में से 9 करोड़ की उम्र 30 साल से कम है। अगर हम सच में विकसित बिहार बनाना चाहते हैं, तो हमें अगले दो दशकों में 9 करोड़ से ज्यादा रोजगार पैदा करने के बारे में सोचना होगा और प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार कितनी भी कोशिश कर ले, सरकारी नौकरी से केवल 1% या कुछ ज्यादा लोगों को ही फायदा होगा। विकास वैभव ने कहा कि विकसित भारत का सपना विकसित बिहार के बिना अधूरा है। बिहार का अतीत गौरवशाली रहा है। अगर हम मिलकर प्रयास करें, तो निश्चित ही भविष्य भी उज्जवल होगा।
महान वृक्ष का बीजअभियान के तहत एक महान वृक्ष का बीज बोया जा रहा है। यह बहुत खुशी की बात है कि 2047 तक विकसित भारत में विकसित बिहार बनाने के लिए प्रतिबद्ध 'लेट्स इंस्पायर बिहार' अभियान आज उन सभी बिहार वासियों का अभियान बन चुका है, जो बिहार की ऐतिहासिक गरिमा को फिर से स्थापित करना चाहते हैं। वे एक ऐसे विकसित बिहार का निर्माण चाहते हैं, जहां शिक्षा, रोजगार या स्वास्थ्य के लिए किसी को बाहर न जाना पड़े। आज लाखों बिहारवासी इस अभियान से जुड़े हैं। इनमें से 2,00,000 से ज्यादा लोग व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से सीधे जुड़े हुए हैं। आज गांव-गांव और शहर-शहर में अभियान से जुड़ी महिलाएं, युवा, किसान, डॉक्टर, वकील, समाजसेवी और सभी जागरूक नागरिक बिहार को विकसित बनाने का संकल्प ले रहे हैं।

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