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पति-पत्नी के बीच लड़ाई बन रही है खलनायक, इन मंदिरों में दर्शन मात्र से भूल जाएंगे सारे कलेश

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भारत में अनेकों मंदिर हैं, जहां की अगर मान्यता की बात की जाए, तो शायद ये दिन ये महीने सब कम पड़ सकते हैं। लेकिन देश में कुछ ऐसे खास मंदिर हैं, जिनकी पौराणिक मान्यताओं की वजह से सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है। फिर चाहे त्योहार हो या फिर ऑफ सीजन, कभी भी इन धार्मिक जगहों का क्राउड कम नहीं होता। आज हम आपको कुछ चार ऐसे मंदिरों के बारे में बताने वाले हैं, जिनके बारे में मान्यता है कि, अगर यहां पति-पत्नी आते हैं, तो दर्शन मात्र से उनके जीवन के हर कलेश दूर हो जाते हैं। क्योंकि इन धार्मिक जगहों की शांति आपके जीवन में भी शांति लाती है।
रणथंभोर का त्रिनेत्र गणेश मंदिर image

रणथंभोर का त्रिनेत्र गणेश मंदिर तब सुर्खियों में आया जब बॉलीवुड कपल, कैटरीना कैफ और विक्की कौशल, अपनी शादी से पहले इस मंदिर के दर्शन करने के लिए पहुंचे थे। ऐसा भी माना जाता है कि मंदिर को पहला शादी का निमंत्रण गणेश जी का आशीर्वाद लेने के लिए भेजा जाता है। मान्यता है कि ये दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर है, जहां हिंदू देवता की मूर्ति अपने परिवार के सदस्यों की मूर्तियों के साथ स्थापित है।

ये मंदिर इस क्षेत्र के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है, जिसका सदियों पुराना इतिहास है। ये भी मान्यता है जो भी जोड़े यहां दर्शन करने आते हैं, उनकी जिंदगी के कलेश कम हो जाते हैं। (photo credit: ranthambore national park.com)


तिरुपति मंदिर image

तिरुपति मंदिर (श्री वेंकटेश्वर स्वामी वारी मंदिर) भी उन जोड़ों को आकर्षित करता है जो शादी करना चाहते हैं या फिर जो शादी के बाद के कलेश से दुखी हैं। 2017 में, मंदिर बोर्ड ने एक अनोखी पहल शुरू की, जिसमें जोड़े भगवान तिरुपति को डाक द्वारा निमंत्रण पत्र देकर उनसे आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं (पता - कार्यकारी अधिकारी, TTD KT रोड, तिरुपति-517 501)। फिर मंदिर अधिकारी जोड़े को थालंब्रालु (हल्दी के साथ मिला हुआ पवित्र चावल) के रूप में आशीर्वाद भेजते हैं। यह सेवा निःशुल्क प्रदान की जाती है, और नवविवाहितों द्वारा भी इसका लाभ उठाया जा सकता है। अगर आप अपने बीच लड़ाइयों को खत्म करना चाहते हैं, तो एक बार यहां आकर मंदिर के दर्शन कर सकते हैं।


गुरुवायुर मंदिर image

केरल का गुरुवायुर मंदिर दुनिया भर के भक्तों को आकर्षित करता है, जिसमें कई जोड़े शामिल होते हैं। यहां आकर वो शादी से पहले आशीर्वाद मांगने के लिए पहुंचते हैं। बता दें, यह मंदिर एक पसंदीदा विवाह स्थल भी बना हुआ है और ऐसा माना जाता है कि यहां शादी करने वाले जोड़े को लंबे और सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद मिलता है। हालांकि नवविवाहितों को अपनी शादी के तुरंत बाद मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होती, लेकिन हां अगर आप शादी करने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो उन जोड़ों के लिए ये मंदिर खुला रहता है। गुरुवायुर मंदिर हिंदू देवता कृष्ण को समर्पित है, और ऐसा माना जाता है कि यहां की मुख्य मूर्ति की पूजा कृष्ण के माता-पिता, वासुदेव और देवकी ने द्वारका में की थी।


त्रियुगी नारायण मंदिर, उत्तराखंड image

यह मंदिर उत्तराखंड के त्रियुगी गांव में स्थित है। ऐसा माना जाता है कि यही वो मंदिर है जहां शिव और पार्वती की शादी हुई थी, और इसलिए इसे नवविवाहितों के साथ-साथ शादी की योजना बनाने वालों के लिए भी पवित्र माना जाता है। मंदिर कपल्स के लिए हमेशा खुला रहता है, जो अक्सर आशीर्वाद लेने और देवताओं को अपनी शादी में आमंत्रित करने के लिए यहां आते हैं। यही नहीं, जिन जोड़ों का विवाहित जीवन सही नहीं चल रहा है, वो भी यहां दर्शन करने के लिए आते हैं।

डिस्क्लेमर :''इस लेख में बताई गई किसी भी जानकारी/सामग्री में निहित सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना के तहत ही लें।''

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