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पाकिस्तानियों को हमारा समर्थन... एर्दोगन की दिल्ली-इस्लामाबाद से तनाव कम करने की अपील, पाक-प्रेम भी दिखा गए

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अंकारा: पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और भारत में बढ़ी तनातनी पर तुर्की का बयान आया है। तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने दोनों देशों से तनाव कम करने की बात कही है। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को समर्थन का ऐलान भी किया है। एर्दोगन का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब तुर्की के C-130 हरक्यूलिस विमानों से पाकिस्तान में सैन्य सामग्री पहुंचाई जाने की अपुष्ट रिपोर्ट सामने आई हैं। कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल के आंतकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान में युद्ध जैसे हालत बने हुए हैं। ऐसे में दुनियाभर से दोनों देशों से सयंम से काम लेने की अपील की जा रही है।तुर्की प्रेसीडेंट एर्दोगन ने सोमवार को राजधानी अंकारा में कहा, 'पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में हमारे देश का दौरा किया। इस दौरान हमने रक्षा और व्यापार के साथ-साथ पाकिस्तान के साथ बहुआयामी संबंधों पर चर्चा की। यह समय पूरे क्षेत्र में विकास के लिहाज से बेहद अहम है। हम अपने क्षेत्र या उससे परे कोई नया संघर्ष नहीं चाहते हैं। पाकिस्तान और भारत के बीच कुछ गंभीर होने से पहले हम उम्मीद करते हैं कि तनाव कम हो जाएगा। हम पाकिस्तानी लोगों के लिए अपने मजबूत समर्थन को भी दोहराते हैं।' तुर्की के सैन्य सामग्री भेजने की भी चर्चातुर्की के पाकिस्तान को सैन्य सामग्री भेजने की भी चर्चा है। हाल ही में ऐसी रिपोर्ट सामने आई थीं कि तुर्की के छह C-130 हरक्यूलिस विमान पाकिस्तान पहुंचे थे। माना जा रहा है इन विमानों में सैन्य सामग्री थी। हालांकि तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने पाकिस्तान को कोई गोला-बारूद भेजने से इनकार किया है। तुर्की और पाकिस्तान में हालिया समय में सैन्य सहयोग काफी बढ़ा है।तुर्की से पहले चीन भी पाकिस्तान का समर्थन कर चुका है। चीन ने कहा है कि वह पहलगाम मामले की 'निष्पक्ष जांच' की वकालत करता है। पाकिस्तान की ओर से भी ही कहा जा रहा है कि पहलगाम की जांच अंतरराष्ट्रीय समिति (भारत-पाकिस्तान से इतर तीसरा पक्ष) से कराई जाए। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने पाकिस्तान के डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री मोहम्मद इशाक डार से बातचीत के बाद पाकिस्तान की मांग का समर्थन किया। पहलगाम हमले के बाद भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जांच शुरू कर दी है। NIA इस मामले में सबूत इकट्ठा करते हुए घटना के लिए दोषियों का पर्दाफाश करने के अपने प्रयासों को तेज कर रही है। भारत के गृह मंत्रालय के निर्देशों के बाद NIA ने केस दर्ज करते हुए कई जांच टीमें तैनात की गई हैं।
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