न्यायमूर्ति बीआर गवई ने सीजेआई के रूप में शपथ ली: न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई ने आज बुधवार को भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में शपथ ली। आज से वह भारत के मुख्य न्यायाधीश का पदभार ग्रहण करेंगे। बीआर गवई ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के समक्ष भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
देश के 51वें मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना कल मंगलवार को सेवानिवृत्त हो गए। नये मुख्य न्यायाधीश अगले छह महीने तक पद पर रहेंगे। सीजेआई बीआर गवई 23 नवंबर, 2025 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। न्यायमूर्ति गवई 2007 में न्यायमूर्ति केजी बालकृष्णन के बाद भारत के दूसरे दलित मुख्य न्यायाधीश बन गए हैं।
भारत के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई 14 नवंबर 2003 को बॉम्बे उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश बने। बाद में उन्हें 12 नवंबर 2005 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। उन्होंने मुंबई के साथ-साथ नागपुर, औरंगाबाद और पणजी की मुख्य पीठ में विभिन्न प्रकार के मामलों का नेतृत्व किया है। वह 24 मई, 2019 को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश बने। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति गवई ने कई उल्लेखनीय निर्णय सुनाए हैं। इसमें 2016 में मोदी सरकार का नोटबंदी का फैसला और चुनावी बॉन्ड योजना को असंवैधानिक घोषित करने का फैसला शामिल है।
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