नई दिल्ली। मुगल बादशाह अकबर की हिंदू राजकुमारी जोधाबाई की शादी के विषय में तो हम सबने इतिहास की किताब में पढ़ा है। इस पर फिल्म से लेकर टीवी सीरियल तक बन चुके हैं, मगर अब राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने अकबर और जोधा की शादी को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है। उनके मुताबिक आमेर के राजा भारमल ने अकबर की शादी राजकुमारी से नहीं बल्कि एक दासी से कराई थी। राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश के शूरवीरों के इतिहास को अंग्रेजों ने बदल दिया, इसमें कई झूठे तथ्यों को जोड़ दिया गया और हममें से ज्यादातर उसे ही सच मानते हैं।
महाराणा प्रताप की जयंती की पूर्व संध्या पर उदयपुर में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि जोधा और अकबर की शादी को लेकर जो भी लिखा गया है और जो फिल्म में दिखाया गया है वो सब झूठ है। हरिभाऊ ने अकबरनामा का हवाला देते हुए कहा कि उसमें जोधाबाई का कोई उल्लेख नहीं है। अकबरनामा को अकबर के शासनकाल का आधिकारिक रिकॉर्ड माना जाता है। इसके मुताबिक अकबर ने साल 1569 में राजा भारमल की बेटी के साथ रणनीतिक गठबंधन के तहत शादी की थी। इतिहासकारों ने उनका नाम हरका बाई या मरियम-उज़-ज़मानी बताया है।
महान राजपूत शासक महाराणा प्रताप के द्वारा मुगल शासक अकबर को संधि के लिए चिट्ठी लिखे जाने के दावे को भी राज्यपाल ने गलत करार दिया। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप ने कभी भी आन, बान और शान से समझौता नहीं किया। राज्यपाल ने कहा कि हमारे इतिहास में अकबर के बारे में ज्यादा और महाराणा प्रताप के विषय में कम पढ़ाया जाता है। हालांकि अब स्थितियां सुधर रही हैं, नई शिक्षा नीति के तहत युवा पीढ़ी को अपने देश की महान संस्कृति तथा गौरवशाली इतिहास से रूबरू कराने का प्रयास किया जा रहा है।
The post appeared first on .
You may also like
भाजपा नेत्री के बेटे के वायरल वीडियो पर सपा नेता उदयवीर सिंह बोले, 'सरकार को करनी चाहिए कड़ी कार्रवाई'
बकरीद के नाम पर हिंसा, क्रूरता व अवैध गतिविधियों पर लगे विराम : डॉ सुरेंद्र जैन
कोरोना को लेकर बिहार सरकार सतर्क, लगातार हो रही निगरानी: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय
अजमेर में आकर्षण का विषय बना सिंदूर का पेड़, रेगिस्तान में हिमाचल की अनोखी छाप
भाजपा ने ग्रामीण क्षेत्र में भी निकाली 'शौर्य सम्मान तिरंगा यात्रा'