गुवाहाटी, 27 अप्रैल . एनडीआरएफ मुख्यालय नई दिल्ली के निर्देशानुसार प्रथम बटालियन राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने बाढ़ के समय बचाव अभियानों पर केंद्रित 18 टीमों का मोबिलाइजेशन ड्रिल 26 से 27 अप्रैल तक आयोजित किया. एचपीएस कंडारी, कमांडेंट, प्रथम बटालियन की निगरानी में हुए इस अभ्यास में महिला बचाव दलों और श्वान दस्तों सहित 550 से अधिक कार्मिकों ने भाग लिया.
ड्रिल के दौरान टीमों को निर्धारित समय सीमा के भीतर असम, त्रिपुरा और मिजोरम के विभिन्न जिलों में तैनात किया गया. अभ्यास स्थल मिनी स्टेडियम सोनापुर (जिला कामरूप मेट्रो, असम), गोमती नदी का तट (जिला गोमती, त्रिपुरा) और गांव चुंगतलांग (जिला ममित, मिजोरम) रहे.
अभ्यास का उद्देश्य आगामी मानसून सीजन के लिए तैयारियों को मजबूत करना था. इस दौरान बाढ़ के समय तेजी से खोज और बचाव अभियानों, प्रभावित व्यक्तियों को सुरक्षित निकालने और अस्पताल पहुंचने से पहले प्राथमिक उपचार पर ध्यान केंद्रित किया गया.
ड्रिल के दौरान बाढ़, भूस्खलन और भूकंप जैसी विविध आपात स्थितियों में एनडीआरएफ टीमों की परिचालन क्षमता, प्रतिक्रिया दक्षता और विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय का मूल्यांकन किया गया.
पूर्वोत्तर भारत में आपदा प्रतिक्रिया के अग्रिम मोर्चे पर रही एनडीआरएफ की पहली बटालियन ने इस अभ्यास के माध्यम से अपनी तत्परता और जीवन तथा आजीविका की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को फिर से पुष्ट किया.
/ श्रीप्रकाश
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