नई दिल्ली, 18 अप्रैल . आज विश्व धरोहर दिवस है. यह दिन दुनियाभर की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक धरोहरों को समर्पित है. इस दिन केंद्र सरकार ने सभी ऐतिहासिक स्मारकों में प्रवेश निःशुल्क रखा है. इसमें ताजमहल, कुतुबमीनार, लालकिला शामिल है. इस मौके पर केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने विश्व धरोहर दिवस के अवसर पर देश-प्रदेश की ऐतिहासिक धरोहरों को संजोए रखने व संरक्षण का संकल्प लेने की अपील की है.
हर साल 18 अप्रैल को विश्व धरोहर दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसे अंतरराष्ट्रीय स्मारक एवं स्थल दिवस जैसे नामों से भी पुकारा जाता है. विश्व धरोहर दिवस का उद्भव 1982 में हुआ जब इंटरनेशनल काउंसिल ऑन मोन्यूमेंट्स एंड साइट्स ने धरोहरों को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए एक खास दिन तय करने का विचार सामने रखा था. अगले साल ही यूनेस्को ने 22वीं जनरल कॉन्फ्रेंस में इस प्रस्ताव को पारित कर दिया. तभी से हर साल इस दिन को मनाया जाने लगा. हर साल इंटरनेशनल काउंसिल ऑन मोन्यूमेंट्स एंड साइट्स विश्व धरोहर दिवस के लिए एक थीम चुनती है. इस साल 2025 में विश्व धरोहर दिवस की थीम आपदा और संघर्ष प्रतिरोधी विरासत है. इस थीम का मतलब है- प्राकृतिक आपदाओं से इन धरोहरों को बचाने की तरफ कदम उठाना, तैयारी करना और इनसे सीख लेना.
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/ विजयालक्ष्मी
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