पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों पर करारा प्रहार किया। इस सटीक और साहसिक कार्रवाई, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया, की जानकारी देने के लिए भारतीय सेना ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस मौके पर दो महिला अधिकारियों—कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह—ने देश और दुनिया को ऑपरेशन की सफलता और इसके पीछे की रणनीति से अवगत कराया। इन दोनों अधिकारियों ने न केवल अपनी विशेषज्ञता और साहस का परिचय दिया, बल्कि पाकिस्तान के आतंकी ढांचे की पोल भी खोली।
कर्नल सोफिया कुरैशी: साहस और नेतृत्व की मिसाल
कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना में एक प्रेरणादायक नाम हैं। उन्होंने पुणे में आयोजित बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास ‘एक्सरसाइज फोर्स 18’ में भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व कर इतिहास रचा। वह इस अभ्यास का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी बनीं। वर्तमान में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर तैनात सोफिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पाकिस्तान पिछले तीन दशकों से आतंकी ढांचे को बढ़ावा दे रहा है। ये ढांचे पाकिस्तान और पीओके में फैले हुए हैं। उन्होंने कहा, “पहलगाम में मासूम नागरिकों की हत्या के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इस ऑपरेशन में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर पूरी तरह नष्ट किया गया। यह कार्रवाई उन लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करने का हमारा वादा है, जिन्होंने अपनी जान गंवाई।”
विंग कमांडर व्योमिका सिंह: आसमान में उड़ान, धरती पर साहस
विंग कमांडर व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना की एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने बचपन से ही आसमान छूने का सपना देखा था। एक कुशल हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में, उन्होंने 2500 से अधिक घंटों की उड़ान का अनुभव हासिल किया है। जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत जैसे चुनौतीपूर्ण इलाकों में चीता और चेतक हेलीकॉप्टर उड़ाने का उनका अनुभव उनकी निपुणता को दर्शाता है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में व्योमिका ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, “यह ऑपरेशन पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए शुरू किया गया था। हमने नौ आतंकी ठिकानों को सटीकता के साथ नष्ट किया। हमारी रणनीति ऐसी थी कि किसी भी नागरिक को नुकसान न पहुंचे और नागरिक ढांचे सुरक्षित रहें।” उनकी शांत और आत्मविश्वास भरी बातों ने न केवल ऑपरेशन की सफलता को उजागर किया, बल्कि भारतीय वायुसेना की ताकत को भी दुनिया के सामने लाया।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत का करारा जवाब
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान चली गई थी। भारत ने इस बर्बर हमले का जवाब देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। यह ऑपरेशन न केवल भारत की सlaborative military response but also a testament to the country’s resolve to fight terrorism. कर्नल सोफिया और विंग कमांडर व्योमिका ने इस ऑपरेशन की सफलता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह कार्रवाई सुनियोजित और सटीक थी, जिसने आतंकी संगठनों की कमर तोड़ दी।
देश का गर्व, महिलाओं का सम्मान
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस ने न केवल ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को दुनिया के सामने रखा, बल्कि भारतीय सेना और वायुसेना में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को भी उजागर किया। इन दोनों अधिकारियों ने अपनी विशेषज्ञता, साहस और नेतृत्व से यह साबित कर दिया कि भारतीय सेना में महिलाएं किसी से कम नहीं हैं। उनकी कहानियां हर भारतीय, खासकर युवा महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
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